रतलाम में 2040 तक भरपूर पानी देने के लिए जल्द बनेगी डीपीआर, अमृत योजना के लिए 82 करोड़ की सैद्धांति स्वीकृति मिली- विधायक काश्यप
राज्य शासन ने रतलाम शहर में 2040 तक की पानी आपूर्ति के लिए प्रस्तावित अमृत योजना 2 के लिए 82 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। इसकी डीपीआर बनाने के लिए कन्सल्टेंट भी नियुक्ति कर दिया है।

शासन द्वारा नियुक्त कंसल्टेंट ने प्रस्तुत की कार्ययोजना
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अमृत 2 योजना के माध्यम से रतलाम को वर्ष 2040 तक भरपूर मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने के कार्यों ने अब गति पकड़ ली है। शासन द्वारा 82 करोड़ की योजना पर काम करने के लिए नियुक्त कंस्लटेंट ने विधायक चेतन्य काश्यप के समक्ष विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की। इस दौरान महापौर प्रहलाद पटेल, एमआईसी सदस्य एवं जल कार्य विभाग प्रभारी भगतसिंह भदौरिया, नगर निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट सहित नगर निगम के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
अमृत 2 योजना के तहत शहर में जल प्रदाय व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए शासन ने वास्तु शिल्पी प्रोजेक्ट एंड कंसलटेंट दीप अग्रवाल को नियुक्त किया है। विधायक काश्यप ने कंस्लटेंट फर्म को कार्ययोजना के तहत जल्द से जल्द डीपीआर बनाकर कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। इस पर कंस्लटेंट अग्रवाल ने आगामी दो हफ्ते में डीपीआर बनाने का कार्य पूर्ण कर उसे प्रस्तुत करने की बात कही।
25 नवंबर तक डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत करेंगे
विधायक काश्यप से चर्चा में अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। आगामी 25 नवंबर तक वह डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत करेंगे। विधायक काश्यप ने सबसे पहले आगामी दो वर्ष की कार्ययोजना को मूर्त रूप देने की बात कही। उन्होने कहा कि ग्रीष्मकाल की शुरूआत से पूर्व शहर को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सके उसके लिए धोलावाड़ की वर्तमान व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।
धोलावड़ की क्षमता 47.5 एमएलडी, पानी मिल रहा 33 एमएलडी
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में धोलावाड़ से शहर में 32 से 33 एमएलडी पानी मिल पा रहा है, जबकि इसकी क्षमता 47.5 एमएलडी है। यदि धोलावाड़ की व्यवस्था दुरस्त हो जाती है तो ग्रीष्मकाल के पूर्व से ही शहरवासियों को उनकी जरूरत के मान से पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। उक्त कार्य हेतु कंस्लटेंट अग्रवाल ने अगले सप्ताह तक कार्ययोजना प्रस्तुत करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान नगर निगम के कार्यपालन यंत्री सुरेशचंद्र व्यास, सहायक यंत्री श्याम सोनी आदि उपस्थित थे।