DP ज्वैलर्स फिर विवादों में ! "मिस इंडिया 2025" स्पर्धा के अनावरण समारोह में मीडियाकर्मियों से बदसलूकी, शोरूम के बाउंसरों ने की गुंडई
डीपी ज्वैलर्स के इंदौर स्थित शोरूम पर मीडियाकर्मियों से बदसलूकी का मामला सामने आया है। घटना को लेकर पत्रकारों में रोष व्याप्त है।

एसीएन टाइम्स @ इंदौर / रतलाम । सोने की शुद्धता के मामले में रतलाम के सराफा बाजार की ख्याति देश ही नहीं, विदेशों तक पहुंच चुकी है लेकिन कुछ व्यवसायी और प्रतिष्ठानों का रवैया इस ख्याति को धूमिल करने का प्रयास भी कर रहा है। रतलाम के सराफा बाजार से अलग चलने वाला DP ज्वैलर्स प्रतिष्ठान एक बार फिर विवादों में घिर गया है। इस बार संस्थान मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी को लेकर चर्चा में हैं। आरोपी है कि मिस इंडिया 2025 स्पर्धा के अनावरण समारोह के दौरान शोरूम पर तैनात बाउंसरों ने एक पत्रकार और फोटो जर्नलिस्ट के साथ दुर्व्यवहार किया। इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीपी ज्वैलर्स के रजनी भवन के पास, वाई.एन. रोड स्थित शोरूम में मिस इंडिया 2025 प्रतियोगिता के अनावरण के लिए समारोह का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता में 53 प्रतियोगी शामिल हुईं। संस्था द्वारा समारोह में गणमान्यजन के साथ ही कवरेज के लिए मीडिया को भी आमंत्रित किया गया था। इसी सिलसिले में मीडियाकर्मी राजीव हाड़ा और फोटो जर्नलिस्ट नितिन सोलंकी भी यहां पहुंचे थे जहां डीपी ज्वैलर्स शोरूम पर तैनात बाउंसरों ने उनके साथ बदसलूकी और धक्का-मुक्की भी की। इससे मीडियाकर्मियों की बाउंसरों से तीखी बहस भी हो गई। आरोप है कि बाउंसरों का मीडियाकर्मियों के साथ व्यवहार काफी आपत्तिजनक रहा जिसे लेकर अन्य पत्रकारों में भी रोष देखने को मिला।
अव्यवस्था के कारण बाधित हो गया यातायात !
आरोप है कि आयोजन के कारण आवागमन प्रभावित नहीं हो, इसे लेकर प्रतिष्ठान के जिम्मेदारों द्वारा कोई गंभीरता नहीं बरती गई। नतीजतन तुकोगंज थाना और मप्र हाईकोर्ट के सामने यातायात व्यवस्था भी गड़बड़ा गई। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पीछा ही नहीं छोड़ते विवाद
मिस इंडिया 2025 के अनावरण समारोह में मीडिया से बदसलूकी का आरोप इकलौता मामला नहीं है। विवादों का डीपी ज्वैलर्स से काफी पुराना नाता है। कॉरपोरेट कंपनी बन चुकी इस फर्म पर नकली हालमार्क वाले आभूषण बेचने, मेकिंग चार्ज ज्यादा वसूलने और सोने की गुणवत्ता कमी जैसे आरोप भी पूर्व में लग चुके हैं। अभी कुछ दिनों पूर्व रतलाम में प्रारंभ हुए शोरूम के शुभारंभ समारोह को लेकर डीपी ज्वैलर्स द्वारा शहर भर में डिवाइडरों और चौराहों पर अवैध होर्डिंग-बैनर तान दिए थे। बिना अनुमति होर्डिंग-बैनर लगाने पर नगर निगम प्रशासन द्वारा फर्म पर जुर्माना भी किया गया था।
नकली हालमार्क के लिए हो चुका है जुर्माना
नकली हालमार्क वाली ज्वैलरी बेचने जैसी शिकायतों के चलते ही कुछ वर्ष पूर्व भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने फर्म के भोपाल और इंदौर स्थित शोरूम पर दबिश भी दी थी। तब बीआईएस ने फर्म के मालिक रतनलाल कटारिया और मैनेजर राजेश पटेल के विरुद्ध ब्यूरो ऑफ इण्डियन स्टैण्डर्ड एक्ट की धारा-11 सहपठित धारा-33 के तहल प्रकरण दर्ज किया था। ब्यूरो की ओर से मामले में भोपाल में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आपराधिक प्रकरण क्रमांक 6241/2017 पेश किया था। मामले में डीपी ज्वैलर्स, रतनलाल कटारिया और मैनेजर राजेश पटेल को नकली हालमार्क वाली ज्वैलरी रखने व बेचने के आरोप में 25-25 हजार रुपए का अर्थदण्ड लगाया गया था।
धूमिल न हो जाए दिवंगत व्यवसायी धूलचंद की उजली छवि
गौरतलब है कि सोने की सुद्धता और साफ-सुथरे कारोबार के लिए रतलाम के सराफा व्यवसायी धूलचंद कटारिया की दुहाई दी जाती रही है। डीपी ज्वैलर्स फर्म की शुरुआत 1940 में उन्होंने ही की थी जिसे बाद में पन्नालाल कटारिया और मनोहरलाल कटारिया ने अथक परिश्रम से आगे बढ़ाया। इसी क्रम में 2010 में कारोबार का विस्तार होना शुरू हुआ तो रतलाम में परंपरागत व्यवसाय के साथ ही इंदौर में शोरूम शुरू हुआ। वर्तमान में देश के कई शहरों में शोरूम हैं। लोगों का कहना है जैसे-जैसे फर्म ज्यादा व्यवसायिक होती जा रही है, वैसे-वैसे संस्थान के जिम्मेदारों का रवैया भी बदलता जा रहा है। इसका असर ईमानदारी से व्यवसाय करने के लिए पहचाने जाने वाले दिवंगत धूलचंद कटारिया की छवि पर भी पड़ सकता है।