रिश्तों का खून : सेना के जवान ने अवैध संबंध के चलते भांजी की गला रेत कर की थी हत्या, पत्नी ने सबूत छिपाने में दिया साथ

रतलाम में हुए अंधे हत्याकांड का खुलासा एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने किया। पुलिस ने अनुसार उज्जैन जिले के खाचरौद की युवती की हत्या उसके दूर के रिश्ते के मामा ने अवैध संबंधों के चलते की थी। आरोपी भारतीय सेना में लांस नायक है।

रिश्तों का खून : सेना के जवान ने अवैध संबंध के चलते भांजी की गला रेत कर की थी हत्या, पत्नी ने सबूत छिपाने में दिया साथ
अंधे कत्ल का खुलासा।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय सेना में लांस नायक पद पर युवक के अपनी दूर की रिश्ते की भांजी से थे अवैध संबंध। युवक की शादी दूसरी युवती से हो गई तो भांजी ने मामा को ज्यादती के केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उससे रूपए भी वसूले। मामला बिगड़ता देख लांस नायक ने युवती का गलाकाट कर हत्या कर दी। वारदात में उसकी पत्नी ने भी उसका साथ दिया। यह वजह है पिछले दिनों रतलाम जिले में हुए एक अंधे कत्ल की जिसका खुलासा गुरुवार को एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।

एसपी लोढ़ा ने बताया कि गत 1 अप्रैल की मध्यरात्रि में रतलाम-मन्दसौर फोरलेन पर ढोढर के पास एक अज्ञात युवती की अर्द्धनग्न लाश बरामद हुई थी। युवती की उम्र तकरीबन 23-24 वर्ष थी। उसकी धारदार हथियार से गलाकाट कर हत्या की गई थी। उसके शरीर पर  शरीर पर गहने भी थे और उसकी हत्या धारदार हथियार से गला काट कर की गई थी। मृतका के शरीर पर गहने भी थे। रिंगनोद पुलिस थाने पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई थी।

ऐसे हुई युवती की शिनाख्त

एसपी ने बताया पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती मृतका की शिनाख्त की थी। शिनाख्त के लिए घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किए गए। ई-रक्षक एप पर मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि राज्यों से दर्ज गुमशुदगी के करीब 300 मामले चैक किए गए। सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप, इन्स्टाग्राम, फेसबुक आदि पर भी मृतका के फोटो जारी कर शिनाख्त किए गए। इसी दौरान 6 अप्रैल को रतलाम के औद्योगिक क्षेत्र थाने पर ग्राम नरेड़ीबेरा थाना खाचरौद निवासी राजकुंवर राठौर ने अपनी पुत्री सविता पिता भारतसिंह राठौर की गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने उन्हें हाईवे पर मिली लाश के फोटो और उससे बरामद जेवर दिखाए। राजकुंवर ने मृतका की शिनाख्त पुत्री सविता के रूप में की। उसने बताया कि सविता छह माह से नर्सिंग की पढ़ाई के लिए कोचिंग हेतु रतलाम के सखवाल नगर में किराये के कमरे में रह रही थी।

मृतका के फोन और सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज

एसपी लोढ़ा ने बताया शिनाख्त के बाद हत्यारों की तलाश तेज कर दी गई। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और मृतका के मोबाइल फोन की काल डिटेल खंगाली गई। इसमें पता चला कि 1 अप्रैल को सविता के पास पिन्टू पिता कालूसिंह राजपूत निवासी ग्राम कोठड़ी थाना ताल का काल आया था। उसके बुलाने पर सविता बस में सवार होकर पंचेड़ा फन्टा पंहुची। यहां से पिन्टू सविता को बुलेट पर बैठाकर एक सुनसान स्थान पर ले गया और रात करीब साढ़े आठ बजे अपने चाकू से उसका गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी।

मामा-भांजी का रिश्ता था दोनों में

एसपी ने बताया कि सविता, आरोपी पिन्टू की बुआ की बेटी (फुफेरी बहन) की बेटी थी। अर्थात वह पिन्टू की दूर के रिश्ते की भांजी थी। जांच में पता चला कि दोनों के बीच तीन वर्ष से अवैध सम्बन्ध थे। जून 2023 में पिन्टू की शादी शीतल नामक अन्य महिला से हो गई थी। इस कारण सविता पिन्टू से नाराज थी और वह उसे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकियां देने लगी थी। सविता ने पिन्टू से एक बार 50 हजार रुपए भी ले लिए थे। इसके बाद वह लगातार रुपए देने के लिए दबाव बनाने लगी। इससे परेशान होकर पिन्टू ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।

पत्नी ने किया सबूत मिटाने में सहयोग

एसपी लोढ़ा के अनुसार आरोपी ने सविता की हत्या करने के बाद उसकी खींचकर पास की झाडियों में डाल दी। इसके बाद वह अपने घर पहुंचा और पत्नी शीतल को साथ लेकर घटनास्थल पहुंचा। जहां हत्या के सबूत मिटाने के उद्देश्य से शीतल ने मृतका सविता के कपड़े उतार दिए। इसके अलावा अन्य साक्ष्य भी मिटाने की कोशिश की। इससे पुलिस ने मामले में शीतल को भी सहआरोपी बनाया है। शीतल से पूछताछ जारी है।

भारतीय सेना में लांस नायक है आरोपी

एसपी ने बताया कि आरोपी पिन्टू भारतीय सेना की 43 फील्ड रेजीमेन्ट कारगिल में लांस नायक के पद पर पदस्थ है। वह वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के द्रास में तैनात है। उसने नौकरी से डेढ़ माह की छुट्टी ली थी और अपने गांव कोठड़ी आया था। 1 अप्रैल को उसकी छुट्टी का आखरी दिन था और उसी दिन उसने सविता की हत्या को अंजाम दे दिया। हत्या के बाद वह ट्रेन से दिल्ली गया और दिल्ली से फ्लाइट लेकर श्रीनगर पंहुचा। जहां से वह द्रास में अपने कर्त्तव्यस्थल पर पंहुचा। रतलाम पुलिस ने भारतीय सेना अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस के द्रास पंहुचकर आरोपी पिन्टू को गिरफ्तार किया और वहां के न्यायालय से प्रोडक्शन वारन्ट प्राप्त कर रतलाम लाए। आरोपी से पूछताछ जारी है।

इनकी भूमिका सराहनीय रही

सनसनीखेज हत्याकांड को सुलझाने में जावरा थाने के डॉ. शक्तिसिंह चौहान, निरीक्षक पीआर डावरे, उप निरीक्षक कन्हैया अवास्य (चौकी प्रभारी ढोढर), जितेंद्र कनेश (चौकी असावती), शिवेंद्र, अनुराग यादव, अमित शर्मा (प्रभारी सायबर सेल), राजा तिवारी (सीसीटीवी प्रभारी), सहायक उप निरीक्षक सगीर खान, राधेश्याम, अरविंद राव जगताप, संजय बोराना, देवीलाल ठाकुर (सीसीटीवी), प्रधान आरक्षक शांतिलाल डिंडोर (सीसीटीवी), दिनेश पंड्या, राहुल, आरक्षक कमलेश पांडेय, नरेंद्र हाड़ा, नरेंद्र जगावत, शोभाराम, हीरालाल, मयंक जोशी, अभिजीत, अतुल दुबे, जितेंद्र व्यास, मांगीलाल, राजेश, प्रकाश भास्कर, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, मनमोहन शर्मा, हिम्मत सिंह, आरक्षक विपुल भावसार, मयंक व्यास, राहुल पाटीदार, तुषार, कैलाश शर्मा, महेंद्र धाकड़, इमरान, प्रधान आरक्षक दुर्गालाल (औद्योगिक क्षेत्र रतलाम), आरक्षक लक्ष्मी, अंगूरबाला, पूजा, भारती, उमेश प्रजापत, राकेश लोहार, मनीष पाटीदार (जावरा), सीसीटीवी शाखा के देवेंद्र ठाकुर, लाखन धबाई, पारस चावला आदि की भूमिका सराहनीय रही।